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Principal's Message

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From the Desk of Principal



श्री चंद्रशेखर जोशी

प्राचार्य

(जिला शिक्षा अधिकारी)

अन्तर्जाल (इन्टरनेट) पर उपलब्ध जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ( डाइट ) उदयपुर के जालपृष्ठ (वेबसाईट) में आपका स्वागत है |

शिक्षा में उत्कृष्टता, समानता और समावेशिता डाइट उदयपुर के संस्थापक सिद्धांत हैं। राजस्थान राज्य के शैक्षिक लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु डाइट, राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद् (RSCERT) और शिक्षकों के मध्य सेतु का कार्य करती है l प्रत्येक व्यक्ति असाधारण क्षमता के साथ जन्म लेता है। यही कारण है कि हमारे अनुभवी शिक्षक, संसाधन और सीखने की रणनीतियों का ऐसा माहौल बनाने में लगे हुए हैं, जिसमें प्रत्येक छात्राध्यापक को अपनी क्षमताओं को प्रतिभा में बदलने का अवसर मिल सके। भविष्य निर्माण के सभी क्षेत्रों विज्ञान, प्रौद्योगिकी, प्रबन्धन, अनुसन्धान, खेल, संगीत, कला, इत्यादि में प्रतिस्पर्धा का एक स्वस्थ एवं संतुलित वातावरण बनाए रखने के लिए डाइट के पास कई प्राकृतिक लाभ स्वतः उपलब्ध है, जैसे संस्कृति की विविधता, शांतिपूर्ण परिवेश, हरित परिसर, प्रदूषण मुक्त वातावरण, बड़े क्षेत्र का कैंपस, सभी ओर से आसान पहुँच और अंततः जीवंत और प्रगतिशील, गुणवतापूर्ण शिक्षा की सेवाएं देने के लिए हम दृढ़ संकल्पित हैं ।

सीखने के तरीकों व तकनीक के प्रयोगों में तेजी से बदलती दुनिया को ध्यान में रखते हुए, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ( डाइट ) परिसर में सीखने का सर्वश्रेष्ठ वातावरण प्रदान करने के लिए, ऑडियो-विजुअल (दृश्य-श्रव्य) कक्षाओ, ऑनलाइन कक्षाओं, गतिविधि आधारित अधिगम, सुसज्जित लाइब्रेरी, वर्चुअल क्लास रूम और ऐसे ही कई सीखने के नवीनतम और अद्यतन तरीकों को अपनाने के लिए हम हमेशा तैयार है।

इस जालपृष्ठ (वेबसाईट) के माध्यम से आप अवगत हो सकेंगे कि डाइट उदयपुर में विभिन्न शिक्षा विभागीय गतिविधियों एवं उनकी मोनिटरिंग, प्राथमिक शिक्षा अधिगम मूल्याङ्कन, प्रारम्भिक शिक्षा पूर्णता प्रमाण पत्र परीक्षा कार्य, अनुसन्धान कार्यों, विद्यालय सम्बलनों के साथ साथ छात्राध्यापकों में कौशलों के विकास के लिए अनेक शैक्षिक एवं सहशैक्षिक क्रिया कलापों का आयोजन नियमित रूप से होता है, जिसमें छात्राध्यापक भाग लेते हैं और अपनी प्रतिभा को निखारते हैं ।

डाइट का उद्देश्य, राज्य के शैक्षिक लक्ष्यों की पूर्ति का तंत्र सुविकसित करने के साथ ऐसे युवा मस्तिष्क को तैयार करना है जो अपने वातावरण के साथ तालमेल बैठाकर सामाजिक परिवेश के प्रति संवेदनशील, अनुशासित और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हो। एक संस्थान के रूप में, हम अनुशासन पर आधारित ज्ञान और समानुभूति के साथ सफलता पर जोर देते हैं।

मुझे विश्वास है कि हमारे छात्राध्यापक आगे चलकर प्रबुद्ध, देशभक्त एवं विविध कौशलों से परिपूर्ण सभ्य नागरिक बनेंगे एवं समाज और देश के विकास में अपना सक्रिय योगदान देकर अपने मानव जीवन को सफल बनाएँगे। इस शुभकामना के साथ कि ज्ञान और उज्जवल भविष्य की तरफ हमारी यात्रा तेज और आनंद से परिपूर्ण हो |