पृष्ठभूमि –
निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानानुसार 6 से 14 वर्ष के समस्त बालक-बालिकाओं को गुणवत्तायुक्त निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने का दायित्व राज्य एवं केन्द्र सरकार का निर्धारित किया गया है। सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन को लागू करने में सीएमडीई प्रभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है।
एनसीएफ - 2023 एवं एनईपी 2020 के परिप्रेक्ष्य में शिक्षा के वांछित लक्ष्यों की प्राप्ति एवं शिक्षण को जन आंकाक्षाओं के अनुरूप उपलब्धिपरक बनाने के लिए पाठ्यचर्या सामग्री विकास एवं मूल्यांकन प्रभाग के माध्यम से विभिन्न प्रशिक्षण एवं कार्यशालाएँ आयोजित की जाती है। पाठ्यक्रम की नवीन अवधारणाओं तथा सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन के साथ आकलन (SBA) की आधुनिक विधाओं से अवगत कराने तथा शिक्षण विधाओं में नवाचार अपनाते हुए कक्षा-कक्ष की समुचित स्थितियों को बाल केंद्रित व गतिविधि आधारित बनाने एवं आनंददायी स्वरूप प्रदान करने की अपेक्षा प्रभाग से की गई है।
प्रभाग के कार्य –